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एम्स में सेन्टर फॉर इंटीग्रेटेड मेडीसिन शुरू करने की योजना- नड्डा

रायपुर 07जनवरी।केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा ने कहा कि परम्परागत और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों को एकीकृत करने के लिए एम्स में सेन्टर फॉर इंटीग्रेटेड मेडीसिन शुरू करने की योजना है।

श्री नड्डा ने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान और आयुष विश्वविद्यालय रायपुर के द्वितीय दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर स्वास्थ्य में ‘समग्र दृष्टिकोण’ अपनाया जा रहा है।साथ ही बीमारी के रोकथाम के समुचित उपाय के लिए प्रिवेंटीव और प्रमोटिव हेल्थ केयर पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।उन्होंने कहा कि श्री मोदी के प्रयासों से आज देश की पुरातन विद्या योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है।

उन्होंने कहा कि एक चिकित्सा छात्र पर सरकार बहुत बड़ी राशि खर्च करती है।यह राशि लोगो के टैक्स से आती है, इसलिए चिकित्सा छात्र का दायित्व बनता है कि वे समय आने पर समाज की सेवा करे। उन्होंने कहा कि आम नागरिक चिकित्सक को भगवान मानता है, उस विश्वास को चिकित्सक बनाए रखें। चिकित्सक सिर्फ बीमारी ही नहीं, बीमार व्यक्ति का भी इलाज करें, उन्हें परीक्षण और उचित परामर्श भी दें।

श्री नड्डा ने कहा कि सरकार पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सजग है, और गरीब आदमी को हर प्रकार की राहत देने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके तहत देश के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को कल्याण केन्द्र (वेलनेस सेन्टर) के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन केन्द्रों में 30 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों का डायबिटीज, कैंसर, हाईपर टेंशन आदि बीमारियों के स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधा के लिए जो भी मांग आयेगी उन सभी को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।

राज्यपाल श्री बलरामजी दास टंडन ने कहा कि डॉक्टर चिकित्सीय पेशे को केवल धनार्जन का माध्यम न समझें, बल्कि इसे सेवा का भाव समझकर कार्य करें। उन्होंने दीक्षांत समारोह में डॉक्टर की उपाधि लेने वाले सभी चिकित्सकों से कहा कि वे अपने कार्य से प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश का नाम रौशन करें।उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ को पिछड़ा क्षेत्र समझा जाता था, किन्तु राज्य बनने के बाद यहां हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित हुए हैं और आज अग्रणी राज्यों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार पिछले 15 वर्षों से लगातार पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा बताए गए अंत्योदय के सपने और उनके आदर्शों के अनुरूप समाज के अंतिम व्यक्ति के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य राज्य सरकार की प्रारंभ से ही प्राथमिकता में रहा है। स्वास्थ्य का बजट, राज्य निर्माण के समय लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ था, जो अब बढ़कर लगभग साढ़े चार हजार करोड़ हो गया है। राज्य में मेडिकल कॉलेज की संख्या 01 से बढ़कर 09 हो गई है। मेडिकल की सीटों की संख्या 100 से बढ़कर 1100 हो गई है। इसी प्रकार अन्य चिकित्सा संस्थानों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। डॉ. सिंह ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे. पी. नड्डा का राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए हरसंभव मदद करने हेतु धन्यवाद दिया।