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सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ स्पष्ट नीति नही होने के आरोपो को किया खारिज

रायपुर 15 जुलाई।छत्तीसगढ़ सरकार ने आज विधानसभा में विपक्ष के नक्सलवाद के खिलाफ स्पष्ट नीति नही होने के आरोपो को खारिज कर दिया,और कहा कि इस बारे में सरकार की नीति एवं नीयत बिल्कुल स्पष्ट है।

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल एवं अन्य दी गई स्थगन सूचना में लगाए गए आरोपों का जबाव देते हुए कहा कि नक्सलवाद के सम्बन्ध में सरकार की नीति एवं नीयत बिल्कुल स्पष्ट है।नक्सल प्रभावित सुदूर क्षेत्रों में रोजगारोन्मुखी विकास कार्यों के साथ साथ सुरक्षा बलों के परस्पर सामंजस्य से नक्सलवाद को मिटाए जाने के लिए सरकार प्रतिबद्द है।उन्होने बताया कि नई सरकार आने के बाद नक्सल विरोधी अभियानों में 63 मुठभेड़ों में आठ लाख के इनामी नौ, पांच लाख के इनामी पांच, दो लाख के इनामी एक तथा एक लाख के इनामी एक नक्सली समेत कुछ 36 नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया।इसके साथ ही इस दौरान 273 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया जबकि 174 ने आत्मसमर्पण कर दिया।

श्री साहू ने बताया कि जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त मंडावी ने ही चुनाव प्रचार समाप्त होने का हवाला देते हुए जिला पुलिस एवं सुरक्षा में लगे अतिरिक्त बल को वापस कर दिया था,और बाद में वह श्यामगिरी होकर कुंओकोन्डा जाने के लिए उस मार्ग से रवाना हो गए जिसकी आरओबी नही हुई थी।बचेली के थाना प्रभारी ने विधायक को फोन कर उस मार्ग से नही जाने का अनुरोध भी किया,फिर भी वह उसी मार्ग से गए और नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दे दिया।

श्री साहू ने बताया कि प्रकरण की न्यायिक जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायधीश की अध्यक्षता में जांच आयोग का भी गठन किया गया है। उन्होने दिवंगत विधायक के परिजनों की सुरक्षा हटाने से साफ इंकार किया।