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न्यायालय अब स्वयं पहुंच रहा है पीड़ित पक्ष के पास- न्यायमूर्ति दिवाकर

रायपुर 24जून।छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवांकर ने कहा कि आमतौर पर पीड़ित पक्ष को न्याय के लिए आगे आना होता है परंतु अब उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार न्यायालय स्वयं पीड़ित पक्ष के पास पहुंच रहा है।

श्री दिवाकर ने आज राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में जिले के मांढ़र में विशेष विधिक सेवा शिविर में अपने सम्बोधन में यह विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विशेष विधिक सेवा शिविर के आयोजन का उद्देश्य है लोगों के पास पहुंचकर उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना, उन्हें शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाना तथा उन्हें इसे प्राप्त करने में हो रही समस्याओं का निराकरण करना है।

उन्होने कहा कि शिविर तो इसका प्रतीकात्मक स्वरूप है आप कभी भी राज्य या जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को अपनी समस्या से अवगत करा सकते है। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव विवेक तिवारी ने बताया कि नालसा के निर्देश पर राज्य में प्रत्येक माह ऐसा एक विशेष विधिक सेवा शिविर आयोजित किया जा रहा है। जिसमें माह जून का शिविर रायपुर क्षेत्र के ग्राम मांढ़र में आयोजित हो रहा है।

उन्होंने बताया कि यहां प्राधिकरण के पैरा लीगल वालेन्टियर्स के माध्यम से गांव-गांव में सर्वे कर ग्रामीणों से विभिन्न मांगों और समस्याओं से संबंधित 3 हजार 613 आवेदन प्राप्त हुए थे और आज के शिविर में 1891 आवेदन इस तरह कुल 5504 आवेदन प्राप्त हुए जिन पर विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्यवाही करते हुए 4412 आवेदनों का आज ही निराकरण कर दिया गया है शेष आवेदनों के निराकरण की कार्यवाही जारी है।

इससे पूर्व विशेष विधिक सेवा शिविर का न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवांकर एवं न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलन कर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उच्च न्यायालय बिलासपुर के रजिस्ट्रार जनरल नीलम चंद सांखला, विधि विधायी विभाग के प्रमुख सचिव रविशंकर शर्मा कलेक्टर ओ.पी.चौधरी, पुलिस अधीक्षक अमरेश मिश्रा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दीपक सोनी, अन्य न्यायाधीश व अधिवक्तागण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।