Friday , April 26 2024
Home / MainSlide / मोदी ने भारत को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की लोगों से की अपील

मोदी ने भारत को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की लोगों से की अपील

नई दिल्ली 30 अगस्त।प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने भारत को हर क्षेत्र में आत्‍मनिर्भर बनाने की लोगों से अपील की है।

श्री मोदी ने आज आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में कहा कि हर क्षेत्र में वृद्धि दर को तेज़ करने के साथ ही देश के विकास के लिए आत्‍मनिर्भर भारत महत्‍वपूर्ण है।उन्होने कहा कि..जब आज से सौ वर्ष पहले, असहयोग आंदोलन शुरू हुआ, तो गांधी जी ने लिखा था कि – “असहयोग आन्दोलन, देशवासियों में आत्मसम्मान और अपनी शक्ति का बोध कराने का एक प्रयास है।” आज, जब हम देश को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहे हैं, तो, हमें, पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना है, हर क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाना है। असहयोग आंदोलन के रूप में जो बीज बोया गया था, उसे,अब, आत्मनिर्भर भारत के वट वृक्ष में परिवर्तित करना हम सब का दायित्व है..।

श्री मोदी ने कहा कि नई पीढ़ी में नवाचार और समाधान के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की क्षमता है और हमें बेहतर कल के लिए इसका उपयोग करना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महीने के शुरू में, आत्‍मनिर्भर भारत ऐप नवाचार चुनौती में देशभर से युवाओं ने बहुत ही उत्‍साहपूर्वक भाग लिया। इसमें लगभग सात हजार प्रविष्टियां प्राप्‍त हुईं जिनमें से दो-तिहाई ऐप दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों के युवाओं ने तैयार किए।

उन्होने देश की युवा प्रतिभाओं से भारत पर आधारित कम्‍प्यूटर गेम तैयार करने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि ये गेम देश के समृद्ध इतिहास पर आधारित होने चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि आत्‍मनिर्भर भारत अभियान के लिए ऑनलाइन गेम और खिलौना क्षेत्र बहुत महत्‍वपूर्ण हैं।प्रधानमंत्री ने स्‍टार्टअप कंपनियों से मिलकर काम करने और भारत को खिलौना उत्‍पादन के प्रमुख देश के रूप में स्‍थापित करने की अपील की।

श्री मोदी ने गुरूदेव रवीन्‍द्र नाथ ठाकुर को भी याद किया। गुरुदेव ने कहा था कि खिलौने ऐसे होने चाहिए जो बालमन में रचनात्‍मकता को बढ़ावा दें। उन्‍होंने कहा कि राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति में बच्‍चों के जीवन पर खिलौनों के प्रभाव पर काफी ध्‍यान दिया गया है। इसमें खेल-खेल में सीखने, खिलौना बनाना सीखने और खिलौनों के कारखानों के भ्रमण करने को पाठ्यक्रम का हिस्‍सा बनाया गया है।उन्होने कोराना संकट के दौरान किसानों की भूमिका की सराहना की।